कृषक कल्याण कार्यक्रम व योजनाओं से कृषकों को लाभान्वित करें-कलक्टर
उदयपुर, 16 जून। जिला कृषि विकास समिति एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा निगरानी व शिकायत निवारण समिति की बैठक गुरुवार को जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। कलक्टर ने विभिन्न कृषि विकास योजनाओं एवं कृषक कल्याण कार्यक्रम की प्रगति पर समीक्षा करते हुए इनके व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।
कलक्टर ने कृषि विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में इन योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें सरकार की ओर से मिलने वाली हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के प्रभावी प्रयास करें। राज्य सरकार कृषकों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और कृषकों को सरकार के स्तर पर विभिन्न कृषि सुविधाएं यथा आधुनिक उपकरण, उन्नत बीज, उर्वरक, ऋण सुविधाएं एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।
कलक्टर ने प्रधानमंत्री फसल बीमा निगरानी व शिकायत निवारण समिति के प्राप्त बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा की और पीड़ित कृषकों को समय पर इसका लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि कृषकों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार की ओर से समय-समय पर उचित मुआवजा दिया जा रहा है। ऐसे में कृषक वर्ग को इन सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों में बारे में जागरूक करने की आवश्यक है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं शिविर आयोजित कर सरकार की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ कृषक वर्ग को प्रदान करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने बताई प्रगति
बैठक में कृषि उपनिदेशक सुधीर कुमार वर्मा ने विभागीय प्रगति के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में विभिन्न कृषि गतिविधियों एवं कृषि विकास योजनाओं व कार्यक्रमों में विभिन्न वर्गों के कृषकों को 10 करोड़ रूपये की सब्सिडी प्रदान की जा चुकी है। वहीं जनजाति उपयोजना मद से 2 लाख 30 हजार कृषकों को 5-5 किलोग्राम मक्का बीज के मिनी कीट उपलब्ध कराए गये है जिनकी लागत 23 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत पिछले खरीफ वर्ष के लगभग 11 करोड़ का मुआवजा कृषकों के खातों में भिजवाया जा चुका है। इसके साथ ही उन्होंने इस वित्तीय वर्ष के तहत निर्धारित कार्ययोजना एवं गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
बैठक में परियोजना निदेशक आत्मा रवीन्द्र वर्मा, बीमा कंपनी से अनिल कोठारी, नाबार्ड के शशि कमल शर्मा, सहकारिता विभाग के प्रबंध निदेशक आलोक चौधरी, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. आर.एल.सोनी व प्रफुल्ल भटनागर सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।