उदयपुर, 21 जुलाई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा हेतु जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिला परिषद सभागार में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से संवाद कर विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों के ब्लॉकवार लक्ष्य और उपलब्धि को लेकर चर्चा की।
बैठक में अति.मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल ने परिवार कल्याण, आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य ने मातृ वशिशु स्वास्थ्य, डीपीसी आरएमएससी डॉ मोहन धाकड़ ने निशुल्क दवा व् जांच योजना की प्रगति रिपोर्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की जिस पर सीएमएचओ ने कम उपलब्धि वाले संस्थान प्रभारियों से इस संबंध में जवाब तलब किया।
क्षय उन्नमूलन के लिए करें विशेष प्रयास
बैठक में टीबी फॉर्म के सदस्यों से क्षय उन्नमुलन पर चर्चा करते हुए डीटीओ डॉ अंशुल मट्ठा ने निक्षय सबल योजना के तहत क्षय रोगियों को उपचार के दौरान पोषण की जरूरतों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कोई भी भामाशाह इस योजना से जुड़कर उपचार की 6 माह की अवधि के दौरान पोषण आहार उपलब्ध करवा सकता है। जिस पर सीएमएचओ डॉ खराड़ी एवं अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ रागिनी अग्रवाल ने अनुकरणीय पहल करते हुए पांच पांच मरीजों को गोद लेने की शुरुआत की।
उन्होंने कहा की यदि जिले के सभी चिकित्सक एक एक क्षय रोगी को भी गोद ले लेवे तो उनकी पोषण जरूरतों को काफी हद तक पूरा किया जा सकता है। बैठक में क्षय रोगियों की जांच सुविधाओ को और बढ़ाने हेतु निजी अस्पतालों एवं जांच केंद्रों को भी निशुल्क टीबी जांच से जोड़ने का सुझाव दिया गया जिस पर सीएमएचओ डॉ खराड़ी ने जिला क्षय रोग अधिकारी को निजी अस्पताल एवम् जांच केंद्र जिनके पास ट्रू नॉट मशीन उपलब्ध है से विभाग का एमओयू करवाने हेतु निर्देशित किया ताकी मरीजों को निजी केंद्रों पर भी निशुल्क टीबी जांच उपलब्ध हो सके।
मौसमी बीमारियों एवं हेल्दी लीवर अभियान की समीक्षा
बैठक में जिले में संचालित हेल्दी लीवर अभियान को लेकर भी समीक्षा की गई। डिप्टी सीएमएचओ डॉ राघवेंद्र राय ने कहा की सभी बीसीएमओ कार्य योजना के अनुसार क्रियान्विति करते हुए अपने कार्यक्षेत्र में पेयजल विभाग से समन्वय कर पानी की टंकियों व अन्य पेयजल श्रोतों का शुद्धिकरण करवाना सुनिश्चित करे, साथ ही गर्भवती माताओं की हेपेटाइटिस की जांच, बच्चो के हेपेटाइटिस बी के टीकाकरण सहित अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार करवाए। बरसात के मौसम में मौसमी बीमारियों के बढ़ने की आशंका को देखते हुए बुखार के रोगियों की स्लाइड बनवाने, फील्ड में पाईरेथरम का छिड़काव इत्यादि पहलुओं पर विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया।
भर्ती मरीजों को चिरंजीवी योजना से जोड़े
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा करते हुए सीएमएचओ डॉ खराड़ी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिरंजीवी योजना में भर्ती होने वाले मरीजों की काम संख्या पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा की प्रत्येक सीएचसी प्रभारी अपने अस्पताल में इस हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त करे जो अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को चिरंजीवी योजना से जोड़ना सुनिश्चित करेंगे। डॉ खराड़ी ने जिले में योजना से वंचित परिवारों को जोड़ने हेतु किए जा रहे सर्वे को भी शीघ्र पूरा करने हेतु निर्देशित किया।
उप स्वास्थ्य केंद्र तक उपलब्ध हो परिवार कल्याण के साधन
परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए डॉ रागिनी अग्रवाल ने कहा की कई उपस्वास्थ्य केंद्रों द्वारा परिवार नियोजन के साधनों की ऑनलाइन मांग नहीं की जा रही है जो उचित नहीं है। उन्होंने समस्त बीसीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि आशा एएनएम को पाबंद करते हुए 31 जुलाई से पहले सभी उपस्वास्थ्य केंद्रों से मांग भिजवाए।
बैठक में सीएमएचओ ने पीपीआईयूसीडी एवं अंतरा राज में कम उपलब्धि वाले ब्लॉक के बीपीएम एवम् बीएनओ को नोटिस जारी कर जवाब तलब करने हेतु निर्देशित किया। जिला परिषद सभागार में आयोजित हुई इस बैठक में डीपीएम सदाकत अहमद, डीपीसी चिरंजीवी शरद पाटीदार, सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सीएचसी प्रभारी, बीपीएम एवं बीएनओ सहित डेवलपमेंट पार्टनर्स के प्रतिनिधि मौजूद रहे।