जयपुर में चल रहे तीन दिवसीय ग्लोबल एजुकेटर्स फेस्ट-2022 के दूसरे दिन नवाचारों, नई तकनीकों और भविष्य संभावनाओं पर हुआ मंथन
जयपुर उदयपुर. जयपुर के एक होटल में चल रहे तीन दिवसीय ग्लोबल एजुकेटर्स फेस्ट-2022 के दूसरे दिन शुक्रवार को दिनभर चर्चाओं-परिचर्चाओं का दौर चला। इसमें देशभर के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, शिक्षण संस्थानों के संस्थापकों, कोचिंग निदेशकों ने शिक्षा के क्षेत्र में लगातार हो रहे नवाचारों, नई तकनीकों के सफल प्रयोगों, सामने आ रहे बेहतर परिणामों और भविष्य संभावनाओं पर मंथन किया। महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल व महाराणा मेवाड़ विद्या मंदिर स्कूल के संचालन करने वाली संस्था महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन व विद्यादान चेरिटेबल फाउंडेशन के ट्रस्टी और मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का उद्बोधन हुआ। लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में बेहद तेजी के साथ बढ़ रहा है। इसका जीवंत उदाहरण फैल और पास की सोच के इतर मैरिट का बढ़ता चलन है। भारतीय प्रतिभाओं के ज्ञान-विज्ञान की दुनिया में बढ़ते अद्वितीय कदमों का श्रेय हमारी प्राचीन गुरु-शिष्य परंपरा को जाता है, जो शिक्षकों-विद्यार्थियों के बीच सेतु का काम करती आ रही है और आगे भी करती रहेगी। शिक्षक भारतीय समाज की सबसे अहम और मजबूत कड़ी हैं, जो चिकित्सकों, वैज्ञानिकों से लेकर हर क्षेत्र की प्रतिभाओं को तराशने का काम करते हैं, जिनका नए भारत के निर्माण में सीधा योगदान है। अब 21वीं सदी अमेरका, ब्रिटेन, चीन, जापान की नहीं, बल्कि भारत की होगी, जिसका रास्ता शिक्षा से ही गुजरेगा।