उदयपुर, 31 मई. गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के परिसर में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस का आयोजन किया गया| सेमीनार में मेडिकल सुप्रीटेनडेंट कर्नल डॉ सुनीता दशोत्तर, चर्म रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ कल्पना गुप्ता, मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ जीतेंद्र जीनगर नर्सिंग सुप्रीटेनडेंट विजेंद्रसिंह राठौर, नोडल ऑफिसर विनोद शर्मा, आईसीटीसी काउन्सलर डॉ प्रियंका आचार्य, एआरटी काउन्सलर अंजली, एआरटी डाटा मेनेजर पुष्कर गोस्वामी, एआरटी एलटी चुन्नीलाल, ब्लड बैंक से पूजा, पीपीटीसीटी टीना, आईसीटीसी काउन्सलर हरेन्द्र पल, धीरज शर्मा आदि उपस्तिथ रहे|
सेमीनार में डॉ सुनीता दशोत्तर ने तम्बाकू के दुष्प्रभावों के बारे में बताया तथा तम्बाकू के उपयोग को धीरे धीरे कम करने की सलाह दी जिससे कि समय आने पर तम्बाकू की आदत को पूरी तरह छोड़ा जा सके| तम्बाकू के उपयोग से शरीर के विभिन्न अंग गला, मुंह, फेफड़े, लिवर, किडनी सभी अंग प्रभावित होते हैं|
डॉ कल्पना गुप्ता ने बताया कि तम्बाकू के उपयोग से कैंसर, सांस रोग, टी.बी रोग, निमोनिया, सीओपीडी, हार्ट अटैक, ब्लड शुगर अनेक बिमारियों के होने की संभावाना रहती है| विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित थीम पर्यावरण बचाएं पर जानकारी साझा की और कहा कि तम्बाकू का सेवन करने से स्वयं व्यक्ति ही नही सम्पूर्ण पृथ्वी भी दूषित हो रही है, इसकी आदत को छोड़ने से ही सबका हित है|
डॉ जीतेंद्र जीनगर जोकि नशामुक्ति विशेज्ञ हैं| उन्होंने नशे से मुक्ति सम्बंधित जानकारी साझा की| नशे की आदत किस कारण होती है और इससे कैसे मुक्ति पाई जाये और नशे से मुक्ति की दवाइयां व थेरेपी के बारे में भी बताया| उन्होंने ये भी बताया कि गीतांजली हॉस्पिटल में किसी भी प्रकार का नशे को छुड़ाने के लिए सम्पूर्ण सुविधाएँ हैं|
इस कार्यक्रम में नर्सिंग स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, प्रशासनिक अधिकारी एवं चिकित्सकों इत्यादि ने भाग लिया| कार्यक्रम के अंत में डॉ जीतेंद्र जीनगर ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तम्बाकू का सेवन ना करने के क्रम में प्रसारित की गयी शपथ सबको ग्रहण करवाई और इसके साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ|