गांधी दर्शन शिविर में उदयपुर कलक्टर विशेष सत्र
उदयपुर, 3 अगस्त। गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर में बुधवार को जिला कलक्टर ताराचंद मीणा का विशेष सत्र आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दौरान उन्होंने गाँधी दर्शन, संविधान की अहमियत, सांप्रदायिक सदभाव, भाईचारा, आदिवासी कल्याण, अहिंसा एवं शांति आदि पर व्यापक विचार प्रस्तुत किये एवं अपने जीवन के अनुभव भी संभागियों से साझा किये।
कलक्टर मीणा ने मंच से वक्तव्य देते हुए कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही धर्म निरपेक्षता, शांति एवं अहिंसा पर भी विचार रखे। कलक्टर ने कहा कि हाल ही में घटित कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने में आमजन का भरपूर सहयोग मिला, नतीजतन जगन्नाथ यात्रा एवं ईद का शांतिपूर्ण आयोजन सम्पन्न हुआ। शीघ्र ही जी 20 का सम्मेलन भी उदयपुर में प्रस्तावित है। एक बड़ी घटना के बाद निरंतर उदयपुर में ऐतिहासिक कार्यक्रम होना संकेत है कि यहाँ का माहौल बेहद शांतिपूर्ण हैं एवं पहले जैसा है।
धर्म के आधार पर बांटना ठीक नहीं: कलक्टर
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि लोगों को धर्म के आधार पर आपस में बांटना ठीक नहीं है। जिन देशों में विश्व में सर्वाधिक प्रगति की है, उन देशों में धर्म निरपेक्षता का भाव निहित है। कलक्टर ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें संविधान के रूप में एक बहुत खूबसूरत दस्तावेज़ दिया है जो धर्म निरपेक्षता और सर्वधर्म सम्भाव की भावना को बढ़ावा देता है। एक उत्कृष्ट संविधान की बदौलत निम्न समझे जाने वाली जातियों के व्यक्ति उच्च पदों पर उल्लेखनीय सेवाएँ देने के काबिल बन पाएं हैं एवं अस्पृश्यता पर भी आज बहुत लगाम लगी है। इसके अलावा महिलाओं का जीवनस्तर भी सुधरा है एवं देश निरंतर प्रगति कर रहा है।
मिशन कोटडा की दी जानकारी
कलक्टर ताराचंद मीणा ने मंच से मिशन कोटडा की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार के प्रशासन द्वारा पिछड़े आदिवासी क्षेत्र कोटडा के विकास के लिए सभी विभागों के समन्वय से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में रोजगार एवं सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। मुख्य सचिव द्वारा भी इसकी प्रशंसा की गई है एवं इसी तर्ज पर अन्य पिछड़े ब्लॉक्स में भी अभियान चलाया जा रहा है। कलक्टर द्वारा कोटडा में किये गए नवाचारों को सुन सभी ने तालियाँ बजा कर अभिवादन किया।