मेवाड़ राजपरिवार सदैव सनातन धर्म-संस्कृति का संरक्षक-संवर्धक रहा, अब अनुसरण डॉ. लक्ष्यराज कर रहे : महंत धीरेंद्रकृष्ण
उदयपुर. बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्रकृष्ण शात्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के सदस्य श्रीजी डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ शामिल हुए। सनातन हिंदू एकता पदयात्रा सोमवार को हरियाणा के पृथला से पलवल के लिए रवाना हुई। इसमें विशेष आमंत्रित डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ शामिल हुए । इससे पहले डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने महंत धीरेंद्रकृष्ण शात्री का मेवाड़ी परंपरानुसार स्वागत किया। महंता धीरेंद्रकृष्ण ने कहा कि डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के वंशज हैं और उनमें महाराणा प्रताप की छवि प्रतिबिंबित होती है। महंत धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने कहा कि मेवाड़ राजपरिवार सदैव सनातन धर्म-संस्कृति का संरक्षक-संवर्धक रहा है, जिसका अनुसरण अब डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ कर रहे हैं, जो सभी सनातनियों के लिए गर्व की बात है। इसके लिए डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने महंत धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री का आभार व्यक्त कर मेवाड़ आने का आमंत्रण दिया। डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि मेवाड़ राजपरिवार प्राचीनकाल से ही सनातन धर्म के संरक्षण-संवर्धन का कार्य करता आ रहा है, जो आगे भी पीढ़ी-दर-पीढ़ी जारी रहेगा। इस यात्रा से अवश्य ही सनातन धर्म-संस्कृति के संरक्षण-संवर्धन के भाव हर वर्ग के लोगों में पैदा होंगे। इस सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया है। बता दें, सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का श्रीगणेश 7 नवंबर को दिल्ली से किया गया, जिसका समापन 16 नवंबर को श्रीबांके बिहारी मंदिर, वृंदावन में होगा।
