उदयपुर संभाग में ‘घूमर महोत्सव 2025’ की तैयारी शुरू- 12 नवंबर से होंगी प्रशिक्षण कार्यशालाएँ

पर्यटन विभाग में हुआ पोस्टर विमोचन, अनेक सामाजिक संस्थाओं और क्लबों ने दिखाई भागीदारी की उत्सुकता
उदयपुर, 08 नवम्बर। राजस्थान की लोक-संस्कृति, नारी-सशक्तिकरण और जनभागीदारी के प्रतीक ‘घूमर महोत्सव 2025’ की तैयारियाँ उदयपुर संभाग में जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी  की पहल पर राज्य सरकार द्वारा यह महोत्सव 19 नवम्बर (शनिवार) को सातों संभागीय मुख्यालयों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा, जिसमें राजस्थान की नृत्य परंपरा ‘घूमर’ को नई रंगत और ऊर्जा के साथ प्रस्तुत किया जाएगा।
शुक्रवार को पर्यटन विभाग, उदयपुर में संयुक्त निदेशक सुमिता सरोच की अध्यक्षता में महोत्सव को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर मीरा, नारी चेतना संस्थान, सीएआईटी, जीतो, सकल जैन समाज महिला विंग, चक्र साधना ज्योतिष केंद्र, कथक आश्रम, विरासत फोक डांस शो, मानसी संस्थान, जैन सोशल ग्रुप संगिनी “अरहम”, अजब सेवा संस्थान, वोमेन बिज़नेस सर्किल, मीरा प्रकाश वर्मा फाउंडेशन सहित शहर की अनेक संस्थाओं और महिला समूहों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई।
इन संस्थाओं की ओर से रेखा सोनी, शुष्मा कुमावत, विजयलक्ष्मी गलुंडिया, विद्या वर्मा, चंद्रकला चौधरी, महेश अमेटा, रश्मि पगारिया, नवनीत छाबड़ा, शीतल गुप्ता, आचार्य अणिमा गोस्वामी और लव वर्मा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर ‘घूमर महोत्सव 2025’ का पोस्टर विमोचन भी किया गया। बैठक में महोत्सव की रूपरेखा, प्रशिक्षण सत्रों की तैयारी, प्रतिभागियों के पंजीकरण और आयोजन स्थलों के चयन पर चर्चा की गई।
संयुक्त निदेशक सुमिता सरोच ने बताया कि उदयपुर संभाग में 12 नवम्बर से प्रशिक्षण कार्यशालाएँ शुरू होंगी। महोत्सव का उद्देश्य घूमर नृत्य की मौलिक भावना से नई पीढ़ी को परिचित कराना और महिलाओं को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ना है। 12 वर्ष से अधिक आयु की बालिकाएँ, युवतियाँ, गृहिणियाँ, स्वयं सहायता समूहों की महिलाएँ, डांस स्कूल की सदस्याएँ और कॉलेज की छात्राएँ इसमें भाग ले सकेंगी।
प्रतिभागियों का पंजीकरण दो श्रेणियों- व्यक्तिगत और सामूहिक में किया जाएगा। प्रतियोगिता में केवल समूह ही भाग ले सकेंगे, जिसमें कम से कम 20 और अधिकतम 25 सदस्य होंगे। पंजीकरण के लिए पर्यटन विभाग के संभागीय कार्यालयों में हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। इस अवसर पर उपनिदेशक शिखा सक्सेना, सहायक निदेशक दिव्यानी वरडिया सहित विभागीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। ‘घूमर महोत्सव 2025’ उदयपुर में लोक नृत्य और जनभागीदारी का अनूठा संगम बनने जा रहा है जो उदयपुर को सांस्कृतिक उत्सवों का केंद्र बना देगा।

By Udaipurviews

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