• रणवीर चौधरी हत्याकांड में थे वाँछित, अवैध पिस्टल व कारतूस बरामद, बड़ी वारदात का मंसूबा हुआ विफल
जयपुर 6 नवंबर। कोटा शहर पुलिस ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल करते हुए शहर में एक बड़े आपराधिक योजना को विफल कर दिया है। मकबरा थाना टीम ने राजस्थान के टॉप 10 मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में शामिल दो कुख्यात बदमाशों अजय सिंह हाडा उर्फ अज्जू और महेश झांझोट को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। ये दोनों अपराधी कोटा में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
कोटा एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि ये दोनों कुख्यात अपराधी थाना आरके पुरम के चर्चित रणवीर चौधरी हत्याकांड के मुख्य वांछित हैं और घटना के बाद से ही फरार चल रहे थे। पुलिस मुख्यालय जयपुर, महानिरीक्षक पुलिस कोटा रेंज राजेंद्र प्रसाद गोयल और जिला पुलिस अधीक्षक कोटा तेजस्वनी गौतम द्वारा इनकी गिरफ्तारी पर अलग-अलग इनाम घोषित किए गए थे, जिनकी कुल राशि ₹1-1 लाख रुपये है। पकड़े गए दोनों आरोपी कुख्यात शिवराज गेंग के सक्रिय सदस्य हैं।
एसपी गौतम के मार्गदर्शन में अवैध हथियारों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। सीओ वृत्त तृतीय राजेश टेलर और थानाधिकारी लईक अहमद के नेतृत्व में मकबरा थाना टीम ने 6 नवंबर को आकस्मिक चेकिंग के दौरान इन दोनों संदिग्धों को पकड़ा। तलाशी में इनके पास से एक पिस्टल और 5 ज़िन्दा कारतूस बरामद किए गए।
एसपी गौतम ने बताया कि अजय सिंह हाडा (38) निवासी गुमानपुरा और महेश झांझोट (36) निवासी नई साबरमती कॉलोनी लाडपुरा, दोनों ही संगठित अपराधों में संलिप्त रहे हैं। इन पर भीलवाड़ा के थाना बिगोद (डकैती की योजना बनाने के मामले में वांछित) सहित कोटा के विभिन्न थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती की तैयारी और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब इन अपराधियों पर संगठित अपराधों से संबंधित नए आपराधिक कानूनों की धाराओं के तहत भी शिकंजा कस रही है।
जिला पुलिस ने विगत एक माह के भीतर अवैध हथियारों के विरुद्ध यह तीसरी बड़ी कार्यवाही की है। आईजी राजेन्द्र प्रसाद गौयल ने इस त्वरित कार्रवाई के लिए मकबरा थाना टीम की सराहना की है। कोटा पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अपराधों की रोकथाम के लिए जिला पुलिस सदैव तत्पर है और अपराधियों पर लगातार चौकन्ना रहकर शिकंजा कसा जा रहा है।
